चाह रखने वाले , मंजीलोको ताकते नही ,
बढ कर थाम लिया करते है .........,
जिनके हाथोमे हो वक्त कि कलम .......,
अपनी किस्मत को खुद लिखा करते है ......!!!
ख्वाहीशोको दबाना गलत है ,
रह रह के किसीको सताना गलत है ,
दुश्मन है वो इन्सानियत के .........,
जो कहते है दिल लगाना गलत है ...!!!
हवा से कह दो.......,
अपनी औकात मी रहे........ ,
हम पंखो से नही...........,
हौसालोसे उडा करते है ....!!!
मंजिले उनही को मिलती है......,
जिनके हौसलो में जान होती है........,
पंख से कुछ नही होता ........,
हौसलो से उडान होती है .......!!!
हमको मिटा सके ये....,
जमाने में दम नही ......,
हमसे जमाना है ......,
जमाने से हम नही ......!!!
बढ कर थाम लिया करते है .........,
जिनके हाथोमे हो वक्त कि कलम .......,
अपनी किस्मत को खुद लिखा करते है ......!!!
ख्वाहीशोको दबाना गलत है ,
रह रह के किसीको सताना गलत है ,
दुश्मन है वो इन्सानियत के .........,
जो कहते है दिल लगाना गलत है ...!!!
हवा से कह दो.......,
अपनी औकात मी रहे........ ,
हम पंखो से नही...........,
हौसालोसे उडा करते है ....!!!
मंजिले उनही को मिलती है......,
जिनके हौसलो में जान होती है........,
पंख से कुछ नही होता ........,
हौसलो से उडान होती है .......!!!
हमको मिटा सके ये....,
जमाने में दम नही ......,
हमसे जमाना है ......,
जमाने से हम नही ......!!!
No comments:
Post a Comment