हमसे ना तू खाने की न पीने की बात कर,
मर्दो की तरह दुनिया मे जीने की बात कर ......!!
खुद्द दर्द की दवा हो, औरोसे ना दवा ले,
सोफे पे मत पडे पडे पंखे कि हवा ले.....
मेहनत से बनने वाले पसीने की बात कर.....
मर्दो की तरह दुनिया मे जीने की बात कर ......!!
जिस मातृभूमी के तू अरे गोद में पला,
जिसके पवित्र धूल में घुटनों के बल चला....
उसके फटे आंचल को तु सिने की बात कर....
मर्दो की तरह दुनिया मे जीने की बात कर ......!!
मर्दो की तरह दुनिया मे जीने की बात कर ......!!
खुद्द दर्द की दवा हो, औरोसे ना दवा ले,
सोफे पे मत पडे पडे पंखे कि हवा ले.....
मेहनत से बनने वाले पसीने की बात कर.....
मर्दो की तरह दुनिया मे जीने की बात कर ......!!
जिस मातृभूमी के तू अरे गोद में पला,
जिसके पवित्र धूल में घुटनों के बल चला....
उसके फटे आंचल को तु सिने की बात कर....
मर्दो की तरह दुनिया मे जीने की बात कर ......!!