8 Jan 2014

शायरी

गुनाह करके सजा से डरते है,
जहर पीके दवा से डरते है ,
दुश्मनो कें सितम का खौफ नही,
हम तो दोस्तो कि बेवफाई से डरते………………


बस इक बात से डर लगता है दोस्तो,
हम अजनबी न बन जाए दोस्तो,
जिंदगी के रंगोमे दोस्ती का रंग फिका न पड जाए,
कही ऐसा न हो दुसरे रिश्तोंकी भीड में दोस्ती दम न तोड जाऐ………………